कृषक सहर्ष झूमते नई फसल को चूमते, समग्र क्यारियों में बालियाँ झुकीं अपार। बसंत कृषक सहर्ष झूमते नई फसल को चूमते, समग्र क्यारियों में बालियाँ झुकीं अपार। ...
हमें जहान से भला क्या तुम मिले या ना मिले अब तो मन मिल गया ना, ग़म मिले या ना मिले हमें जहान से भला क्या तुम मिले या ना मिले अब तो मन मिल गया ना, ग़म मिले ...
छाई फाल्गुन की बहार , पड़ी होली की फुहार , रंगे रँगों में रंगीले , निकले सड़कों पे छैल छाई फाल्गुन की बहार , पड़ी होली की फुहार , रंगे रँगों में रंगीले , निकले...
आई आई बसंत बयार लहलहाते खेत खलिहान।। आई आई बसंत बयार लहलहाते खेत खलिहान।।
पतझड़ के बाद आया बसंत चारों ओर बहार ही बहार छा गई, पतझड़ के बाद आया बसंत चारों ओर बहार ही बहार छा गई,
तनया आई महकता आँगन घर बहार। तनया आई महकता आँगन घर बहार।